श्राद्ध-पिण्डदान गीतानुसार कैसा है?

आप श्राद्ध व पिण्डदान करते हो। गीता अध्याय 9 श्लोक 25 में स्पष्ट किया है कि भूत पूजने वाले भूतों को प्राप्त होंगे। श्राद्ध करना, पिण्डदान करना यह भूत पूजा है, यह व्यर्थ साधना है।

© Kabir Parmeshwar Bhakti Trust (Regd) - All Rights Reserved